कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के साथ आई सबसे बुरी मुसीबत उसके ढेर सारे म्यूटेशन्स हैं, जिनकी वजह से टीके के प्रभाव का पता लगाना बेहद मुश्किल है। वैज्ञानिक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि कोरोना टीके इस वायरस पर किस तरह और कितना प्रभावी होंगे और इनके इस्तेमाल से संक्रमण को रोकने में कितनी कामयाबी हासिल होगी।