कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के साथ आई सबसे बुरी मुसीबत उसके ढेर सारे म्यूटेशन्स हैं, जिनकी वजह से टीके के प्रभाव का पता लगाना बेहद मुश्किल है। वैज्ञानिक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि कोरोना टीके इस वायरस पर किस तरह और कितना प्रभावी होंगे और इनके इस्तेमाल से संक्रमण को रोकने में कितनी कामयाबी हासिल होगी।
वैक्सीन से निष्प्रभावी नहीं होगा ओमिक्रॉन वायरस?
- दुनिया
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- 28 Nov, 2021
वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट वैक्सीन से नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। क्यों? क्या है मामला?

दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वायरस को रोकना अधिक मुश्किल इसलिए भी है कि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह न्यूट्रलाइजेशन यानी उसे निष्प्रभावी करने के ख़िलाफ़ गुण विकसित कर लेगा, यानी उन्हें निष्प्रभावी नहीं किया जा सकेगा।
यह कितना भयावह हो सकता है, इसे इससे समझा जा सकता है कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, इज़रायल और हांगकांग के कुछ केसों की ही पहचान अब तक हो पाई है।