अब जब डोनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद से हट चुके हैं, क्या उन पर गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी है? क्या उन्हें गिरफ़्तार किया जा सकता है?
ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि छह ऐसे मुक़दमे हैं, जिनकी सुनवाई रोक दी गई थी क्योंकि राष्ट्रपति पर किसी तरह का आपराधिक मुकद़मा नहीं चलाया जा सकता है। लेकिन पद से हटते ये मुक़दमे फिर शुरू हो सकते हैं।
पैसे देकर यौन संबंध की बात छुपाई
बीबीसी के अनुसार, प्लेबॉय पत्रिका की मॉडल करेन मैकडॉवल और पोर्न स्टार स्टॉर्मी डैनिएल्स ने यह दावा किया था कि डोनल्ड ट्रंप ने उनके साथ यौन संबंध बनाए थे। लेकिन इसका रहस्योद्घाटन 2016 में उस समय हुआ जब ट्रंप राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहे थे।
इन दोनों महिलाओं को अपना मुँह बंद रखने के लिए पैसे दिए गए। लेकिन ये पैसे ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान कोष से दिए थे। यह अमेरिका के चुनाव संहिता का उल्लंघन था और आपराधिक काम भी था।
इस मामले में ट्रंप के निजी वकील माइकेल कोहेन को 2018 में तीन साल की सज़ा सुनाई गई थी।
उस समय ट्रंप के ख़िलाफ़ मुक़दमा इसलिए नहीं चलाया गया था कि यह सरकार की नीति के ख़िलाफ़ था, जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति पद पर रहते हुए किसी तरह का आपराधिक मुक़दमा नहीं चलाया जा सकता है।
यदि यह मुक़दमा चला और ट्रंप दोषी पाए गए तो उन्हें एक साल तक की सज़ा हो सकती है।
आयकर व कारोबार के हिसाब में घपला
डोनल्ड ट्रंप की कंपनी ट्रंप फ़ाउंडेशन पर खातों में हेराफेरी करने और बीमा कंपनी और बैंकों से फ़र्जीवाड़ा करने के आरोप हैं।
मैनहैटन के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी साइरस वॉन्स इसकी जाँच कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले में ट्रंप के कई साल के आयकर रिटर्न और कारोबार का हिसाब किताब देखने को माँगा था। ट्रंप के वकीलों ने कहा था कि राजनीतिक रूप से परेशान करने के लिए यह मामला बनाया गया है, यह काल्पनिक मामला है, इसके ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं है।
यह मामला रुका हुआ है, पर ख़त्म नहीं हुआ है। पद से हटने के बाद ट्रंप टैक्स रिटर्न माँगने के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं। लेकिन यदि वॉन्स को टैक्स रिटर्न मिल गए तो वे मामले को आगे बढ़ा सकते हैं।
रियल स्टेट फ़्रॉड का मामला
न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेटीशिया जेम्स इस मामले की जाँच कर रही हैं क्या डोनल्ड ट्रंप की कंपनी ट्रंप फ़ाउडेशन ने रियल स्टेट से जुड़ा फ़्रॉड किया है। कांग्रेस को दी गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप की कंपनी ने क़र्ज़ लेने के लिए अपने कारोबार को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया, दूसरी ओर कम टैक्स चुकाने के लिए कारोबार को कम कर दिखाया।
ट्रंप ने अदालत से कहा था कि वे राष्ट्रपति पद के कामकाज से उन्हें फ़ुरसत नहीं मिलती कि वे मुक़दमा लड़ें। अब वे यह बहाना नहीं कर सकते। अब लेटीशिया जेम्स को यह अधिकार होगा कि वे ट्रंप को बैठाकर उनसे पूछताछ करें।
इसमें दोषी पाए जाने पर ज़ुर्माना चुकाना होगा, लेकिन यदि फ़र्जीवाड़ा साबित हो गया तो आपराधिक मामला भी चल सकता है।
वेतन का मामला
अमेरिकी संविधान में यह प्रावधान है कि फ़ेडरल पदों पर बैठा व्यक्ति कांग्रेस की अनुमति के बग़ैर विदेश से कोई पैसा नहीं लेगा। तीन अलग-अलग मामलों में कहा गया है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद पर रहते हुए विदेशों से पैसे लिए, लेकिन उसके लिए ज़रूरी अनुमति कांग्रेस से नहीं ली।
एक मामले में कहा गया है कि वाशिंगटन डीसी स्थित उनके होटल ट्रंप इंटरनेशनल टॉवर में विदेशी सरकार के मेहमान टिकाने के पैसे उन्होंने लिए थे। ट्रंप उस होटल के प्रमुख थे, पैसे लिए, लेकिन कांग्रेस से अनुमति नहीं ली थी। लेकिन समझा जाता है कि यह मामला अधिक लंबा नहीं खिंचेगा और इस मामले में ट्रंप को सज़ा नहीं होगी।
यौन उत्पीड़न, बलात्कार के आरोप
डोनल्ड ट्रंप पर यह आरोप लगा था कि उन्होंने कम से कम दो महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया था। राष्ट्रपति पद पर होने के कारण ये मुक़दमे रोक दिए गए थे।
एल पत्रिका की स्तम्भकार ई. ज्यां कैरल ने आरोप लगाया था कि ट्रंप ने 1990 के दशक में उन्हें मैनहैटन के एक महंगे डिपार्टमेंटल स्टोर में बुलाया और उनका बलात्कार किया। ट्रंप ने इसे खारिज तो कर ही दिया, पर उसके साथ ही अपमानजनक बात कह दी। ट्रंप ने कहा था कि, “वे उस महिला का बलात्कार कर ही नहीं सकते थे क्योंकि वह उस तरह की नहीं थी, वह उस लायक नहीं थी।"
यह आरोप ट्रंप पर था और उनके राष्ट्रपति बनने के पहले का था, पर प्रशासन ने ट्रंप को हटा कर अमेरिका को प्रतिवादी बना दिया। बाद में प्रशासन ने अदालत से कहा कि इस मामले से अमेरिका राज्य का कोई संबंध नहीं है। लेकिन अब जब ट्रंप उस पद पर नहीं हैं, यह मामला उठ सकता है।
कैरल के वकील ने कहा था कि सबूत के तौर पर कैरल के ड्रेस में लगा ट्रंप का डीएनए है, उसकी जाँच की जा सकती है। इसके लिए ट्रंप के डीएनए का नमूना लेना होगा। उनके पद पर नहीं रहने पर यह किया जा सकता है।
डोनल्ड ट्रंप के टेलीविज़न शो 'द अप्रेंटिस' में भाग लेने वाली समर ज़रवॉस ने यह आरोप लगाया था कि ट्रंप ने उन पर यौन हमला किया था। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने 2007 में रोज़गार पर बात करने के लिए उन्हें बेवर्ली हिल्स के एक होटल में बुलाया और उन पर यौन हमला किया।
ट्रंप के वकीलों ने कहा था कि राष्ट्रपति होने के कारण उन पर यह मुक़दमा नहीं चलाया जा सकता है। ज़रवॉस के वकील ट्रंप के राष्ट्रपति पद से हटते ही यह मामला फिर शुरू कर सकते हैं।
भतीजी ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप
ट्रंप की भतीजी मेरी ट्रंप ने एक किताब में उन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है कि 'फ़र्जीवाड़ा करना तो डोनल्ड ट्रंप के परिवार का कारोबार जैसा है, यह उनके जीवन का हिस्सा है।' उन्होंने यह भी लिखा है 'कि ट्रंप से हर अमेरिकी को ख़तरा है।'
लेकिन मेरी ट्रंप ने जो सबसे बड़ा आरोप लगाया है, वह धोखाधड़ी कर पैसे निकालने का है। मेरी ट्रंप के पिता फ्रेड ट्रंप जूनियर 1981 में सिर्फ 42 साल की उम्र में मर गए। उस समय मेरी नाबालिग थीं। उनकी जायदाद और कारोबार की देखरेख करने की ज़िम्मेदारी चाचा डोनल्ड को दी गई। मेरी का आरोप है कि डोनल्ड ट्रंप ने फ़र्जीवाड़ा कर ग़लत तरीके से उनके कारोबार से पैसे निकाल लिए।
मेरी ट्रंप ने ट्रंप पर मुक़दमा दर्ज करते हुए 5,00,000 डॉलर के मुआवज़े की माँग की है। यह आपराधिक मामला हो सकता है।
इन मामलों में अब मुक़दमा शुरू हो सकता है, सुनवाई हो सकती है, ट्रंप से पूछताछ हो सकती है। अब न तो उनके पास राष्ट्रपति पद पर होने का कवच होगा न ही प्रशासन उनकी मदद कर सकेगा। डोनल्ड ट्रंप को खुद मुक़दमा लड़ना होगा और खुद को बेकसूर साबित करना होगा।
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