ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से ज़्यादा ख़ुश आज कौन होगा? उन्होंने ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर लाने में सफलता जो अर्जित कर ली है। इसी मुद्दे पर ब्रिटेन के दो प्रधानमंत्रियों, डेविड केमरन और थेरेसा मे के इस्तीफ़े हो चुके हैं। 2016 में जब यूरोपीय संघ से अलग होने के मुद्दे पर ब्रिटेन में जनमत संग्रह हुआ था तो सिर्फ़ 52 प्रतिशत लोगों ने उसके पक्ष में वोट दिया था। ख़ुद जॉनसन पसोपेश में थे कि यूरोपीय संघ से इस मुद्दे पर कोई समझौता हो पाएगा या नहीं?
ब्रिटेन ने यूरोप से मुँह मोड़ा; भारत उठा सकेगा लाभ!
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- 27 Dec, 2020
ब्रिटेन को यह लाभ भी मिलेगा कि अब वहाँ यूरोपीय लोग ब्रिटिश नौकरियों और रोज़गार पर पहले की तरह हाथ साफ़ नहीं कर सकेंगे। यूरोपीय देशों का सस्ती मज़दूरी पर बना माल ब्रिटिश उद्योगों को ठप्प करता चला जा रहा था। अब ब्रिटेन के उद्योगपति और व्यापारी भी राहत की साँस ले रहे हैं।