विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने सबसे पहले जिस फाइज़र की वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है उस वैक्सीन को नॉर्वे में लगवाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। मरने वाले सभी लोग नर्सिंग होम के मरीज थे और उन सभी की उम्र 75 साल से ज़्यादा की थी। रिपोर्टों में स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि जाहिर तौर पर इन मौतों का संबंध वैक्सीन के साइड इफ़ेक्टस से है। हालाँकि उन्होंने साफ़ किया है कि इनमें से 13 मौतों की पड़ताल की जा चुकी है और 16 ऐसी मौतों का भी पता चला है और उसकी पड़ताल की जा रही है।