बिहार में नीतीश कुमार के आने के बाद से पेंच फँस गया है । बीजेपी के पहले के सहयोगियों की सीटें घटने के आसार से खलबली । क्या जेडीयू कम सीटों पर मान जायेगी ? क्या चिराग़ पशुपति के बराबर सीट पर समझौता कर लेंगे या फिर आरजेडी का दामन थामेंगे ? उपेंद्र कुशावाहा का क्या होगा ? आशुतोष के साथ चर्चा में समी अहमद, अभिषेक कुमार, सतीश के सिंह, ऋषि मिश्रा और उर्निलेश।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।