लगभग चुनावी मोड में आ चुकी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को यह आभास हो गया है कि जीत के लिए राम का सहारा चाहिए। वैसे तो उत्तर प्रदेश में चुनाव अभी दो साल बाद होना है पर योगी सरकार ने राम नाम की बिसात बिछानी शुरू कर दी है। राम मंदिर विवाद हल हो जाने के बाद भी अयोध्या योगी सरकार की प्राथमिकता सूची में है। अयोध्या में अपने कामों के सहारे योगी सरकार वह फिजा बनाना चाहती है जो अगले विधानसभा चुनावों में वोटों के लिए मुफीद साबित हो सके। साल दर साल के सालाना बजट से लेकर अनुपूरक माँगों में अयोध्या की बढ़ती हिस्सेदारी इसी का नमूना है।