योगी मंत्रिमंडल का आख़िरकार विस्तार हो ही गया। सरकार बनने के 29 महीने बाद हुए इस पहले विस्तार में कुल 23 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई जिनमें छह कैबिनेट व छह स्वतंत्र प्रभार के मंत्री शामिल हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में संघ से लेकर बीजेपी संगठन और केंद्रीय नेतृत्व तक का ज़ोर जातीय समीकरण साधने पर ही रहा, भले ही इसके चलते बड़े नामों को दरकिनार करना पड़े। संघ की पसंद को भी तरजीह दी गई है।