क्या हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की ज़िम्मेदारी इसलिए ली जा रही है कि जाँच करने वालों को भटकाया जा सके और पूरी जाँच को ही पटरी से उतारा जा सके? क्या इस तरह कोई हत्यारा व्हॉट्सऐप पर हत्या की ज़िम्मेदारी लेता है?