कमलेश तिवारी की हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कई गंभीर बातें सामने आती हैं। वों है कि हत्यारे यह तय करके आये थे कि तिवारी को किसी भी क़ीमत पर जिंदा नहीं छोड़ना है। सत्य हिंदी
कमलेश तिवारी हत्याकांड पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि यूपी पुलिस और गुजरात एटीएस की संयुक्त टीम ने सूरत से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। सत्य हिंदी
उत्तर प्रदेश में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में जाँच एसटीएफ़ को सौंप दी गई है। वह 2015 में पैगंबर मुहम्मद पर कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देने के लिए सुर्खियों में रहे थे।