उत्तर प्रदेश में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में जाँच एसटीएफ़ को सौंप दी गई है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हमने घटना की जाँच के लिए एसटीएफ़ को लगा दिया है। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि तिवारी की गर्दन और उसके आसपास घाव के निशान पाए गए हैं, लेकिन पूरी स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ़ हो पाएगी। पुलिस का यह भी कहना है कि यह मामला व्यक्तिगत विवाद का लगता है। मीडिया रिपोर्टों में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा गया है कि दोनों हमलावर दिवाली का गिफ़्ट देने के बहाने तिवारी से मिलने आए थे। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हमलावरों के आईएसआईएस से तार जुड़ रहे हैं। बता दें कि तिवारी अयोध्या के टाइटल सूट मामले में याचिका कर्ताओं में से एक थे। उन्होंने 2015 में विवादास्पद टिप्पणी भी की थी।