उत्तर प्रदेश के फिरोज़ाबाद और इसके आस-पास के इलाक़ों में इन दिनों बुरा हाल है। अस्पताल मरीजों से भर चुके हैं और लोग इलाज के लिए जहां-तहां भाग रहे हैं। इस इलाक़े में वायरल बुखार का कहर है तो डेंगू के लक्षण भी कई मरीजों में दिखाई दिए हैं। अकेले फिरोज़ाबाद में पिछले दस दिनों में 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से 45 बच्चे हैं। आसपास के इलाक़ों में हुई मौतों के मामलों को जोड़ दें तो यह आंकड़ा काफ़ी बढ़ जाता है। राज्य सरकार ने सख़्त कार्रवाई करते हुए
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हटा दिया है।फिरोज़ाबाद मेडिकल कॉलेज के जो हालात हैं, वे बेहद भयावह हैं। बड़ी संख्या में बच्चे बुखार से तप रहे हैं और उनके माता-पिता लगातार फैल रहे इस बुखार से बेहद परेशान हैं।
कई परिवार ऐसे हैं जिनसे कहा जा रहा है कि वे अपने बच्चों को लेकर आगरा चले जाएं लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही बच्चों की मौत हो जाती है।
कई परिवारों में हालात इसलिए भी ख़राब हैं क्योंकि वहां एक बच्चे की मौत हो गई है और बाक़ी बच्चे बुखार से तप रहे हैं। बुखार से प्रभावित बच्चों और बड़ी उम्र के लोगों में प्लेटलेट्स तेज़ी से गिर रही हैं।
एनडीटीवी के मुताबिक़, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एल.के. गुप्ता ने कहा है कि अधिकतर बच्चों को वायरल बुखार है और कुछ बच्चों का डेंगू का टेस्ट पॉजिटिव आया है।
फिरोज़ाबाद मेडिकल कॉलेज में इन दिनों 186 मरीज भर्ती हैं। हालात को ख़राब होते देख जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।
क्लीनिकों के बाहर कतार
स्थानीय समाचार पत्रों से पता चलता है कि वास्तव में फिरोज़ाबाद के हालात बेहद गंभीर हैं। प्राइवेट डॉक्टर्स के क्लीनिकों के बाहर ऐसे लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जो अपने बच्चों को इलाज के लिए लेकर आए हैं। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में पर्चा बनवाने के लिए कतार में लगे मरीजों की अच्छी-खासी संख्या भी देखी जा सकती है।
फिरोज़ाबाद के अलावा आगरा, मथुरा, मैनपुरी, एटा, कासगंज से भी वायरल बुखार के मामले सामने आए हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में गोंडा, बस्ती, देवरिया, बलिया, आज़मगढ़, सुल्तानपुर, जौनपुर और ग़ाजीपुर में भी वायरल बुखार से लोग पीड़ित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने किया दौरा
हालात को लगातार बिगड़ते देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस इलाक़े का दौरा किया है और मौतों की वजह जानने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज में सभी ज़रूरी इंतजाम करने का निर्देश देते हुए कहा था कि किसी की भी लापरवाही सामने आएगी तो उसकी जवाबदेही तय की जाएगी। मुख्यमंत्री दो पीड़ित परिवारों से भी मिले थे।
हरक़त में आया प्रशासन
मुख्यमंत्री के दौरे के बाद प्रशासन भी हरक़त में आया है और उसने कई इलाक़ों का दौरा किया है। डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में नोडल अफ़सरों की टीमें लगाई गई हैं। इस बात की जांच की जा रही है कि घर के कूलरों में कहीं डेंगू का लार्वा तो नहीं है। लोगों को एहतियात समेत ज़रूरी बातें भी बताई जा रही हैं।
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