उत्तर प्रदेश में पुलिस के द्वारा क़ानून हाथ में लेने और आम जनता के साथ ज़्यादती करने के आरोप पहले से ही लगते रहे हैं, योगी आदित्यनाथ सरकार में इसमें बढ़ोतरी हुई है।
एक ताज़ा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस पर आरोप लगा है कि उसने कानपुर निवासी मनीष गुप्ता को पीट-पीट कर मार डाला है। मृतक की पत्नी ने पुलिस पर जानलेवा पिटाई का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है।
लेकिन इस मामले में एक थाना प्रभारी समेत छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि यह वारदात गोरखपुर का है। गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह नगर है। प्रदेश पुलिस पर सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री के गृह नगर में इस तरह की वारदात हो रही है तो दूसरे क्षेत्रों का हाल इससे बदतर होगा।
क्या है मामला?
स्थानीय मीडिया की ख़बरों के अनुसार, सोमवार की रात करीब 12 बजे रामगढ़ताल थाना के पुलिस कर्मी इलाक़े के होटलों की चेकिंग पर निकले हुए थे। होटल कृष्णा पैलेस के कमरे नंबर 512 में गोरखपुर, सिकरीगंज के महदेवा बाज़ार निवासी चंदन सैनी की आईडी पर तीन लोग होटल में रुके हुए थे।
पुलिस ने तलाशी के लिए कमरा खुलवाया। पता चला कि कमरे में कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के मनीष कुमार गुप्ता अपने दो दोस्तों गुरुग्राम निवासी प्रदीप चौहान और हरि चौहान के साथ होटल में रुके हुए हैं।
पुलिस का कहना है कि वह कमरे में पहुँचकर पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान मनीष बिस्तर से उठा और नशे में धुत होने की वजह से बिस्तर से गिर पड़ा। फर्श पर लगी टाइल्स के कोने से उसके सिर में गंभीर चोट आई, जिसकी वजह से वह घायल हो गया। उसे मेडिकल कालेज पहुँचाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई।
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पुलिस पर आरोप
लेकिन मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता और पिता नंद किशोर गुप्ता ने पुलिस पर बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि रात में मनीष ने उन्हें फोन कर कहा था कि होटल के कमरे में पहुँची पुलिस ने उन्हें पीटा है, जिससे वे घायल हो गए हैं।
मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज़ करने की माँग की है।
मनीष के दोनों दोस्त प्रदीप और हरि चौहान ने बताया कि कमरे में घुसकर पुलिस उनके साथ बदसलूकी की थी। मनीष ने कहा कि हम लोग जमीन कारोबारी हैं, उसी सिलसिले में अपने मित्र चंदन के बुलावे पर यहाँ आए हुए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने पिटाई से इनकार किया है। लेकिन उन्होंने निष्पक्ष जाँच के लिए थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज समेत चेकिंग में शामिल सभी छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। एसपी सिटी को जाँच सौंपी गई है। पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और साफ होगी।
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