योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में गंगा तट पर कैबिनेट की बैठक की और पूरे कैबिनेट ने कुंभ में स्नान किया। इससे इस आरोप को बल मिलता है कि सरकार राज्य की समस्याओं के समाधान करने के बजाय लोगों का ध्यान बँटाने के लिए कुछ न कुछ करती रहती है। पूरे तामझाम के साथ गंगा में डुबकी लगाने के राजनीतिक मायने भी हैं, क्योंकि चुनाव कुछ महीने बाद ही होने हैं।