ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहाद-उल-मुसलिमीन के नेता असदउद्दीन ओवैसी की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने असदउद्दीन ओवैसी के ख़िलाफ़ सांप्रदायिक सौर्हाद्र बिगाड़ने, कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंन करने और प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ अशालीन टिप्पणी करने के आरोपों में मामला दर्ज कर लिया है।
उनके ख़िलाफ़ धारा 163 ए (धर्म व नस्ल के आधार पर नफ़रत फैलाने), धारा 188 (सरकारी अधिकारी के आदेश का उल्लंघन), 269 (लापरवाही से संक्रमण फैलाने), धारा 270 (जानबूझ कर रोग फैलाने) और महामारी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
बाराबंकी के पुलिस सुपरिटेंडेंट यमुना प्रसाद ने इन मामलों की पुष्टि कर दी है।
उन्होंने कहा,
“
एआईएमआईएम प्रमुख ने अपने भाषण में कहा कि प्रशासन ने सौ साल पुराने राम सनेही घाट मसजिद को गिरा दिया और उसके अवशेषों को भी वहां से हटा दिया। यह सच नहीं है।
यमुना प्रसाद. पुलिस सुपरिटेंडेंट, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश
पुलिस सुपरिटेंडेंट ने कहा कि असदउद्दीन ने ऐसा कह कर एक समुदाय विशेष की भावनाओं को भड़काया और सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि ओवैसी ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बारे में 'अशालीन' टिप्पणी भी की है।
बता दे कि आंध्र प्रदेश से सांसद असदउद्दीन ओवैसी तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में थे और उन्होंने कई जगहों पर अपनी पार्टी की बैठकें कीं। उन्होंने एलान कर रखा है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
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