लीक से हट कर राजनीति करने वाली और कई तरह की परंपराओं को तोड़ने वाली बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में एक और राजनीतिक परंपरा तोड़ने की तैयारी कर ली है। इसने विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर नितिन अग्रवाल का समर्थन करने का निर्णय किया है जिन्होंने कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़ कर बीजेपी का दामन थामा है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार को बुलाया गया है ताकि उपाध्यक्ष का चुनाव हो सके। यह चुनाव ऐसे समय हो रहा है जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कुछ महीने बाद ही होने वाला है, यानी सदन का सत्र ख़त्म होने को है।
योगी का समर्थन
नितिन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य मंत्रियों की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया है। यदि वे जीतते हैं तो उनकी जीत बीजेपी समर्थित सपा उम्मीदवार के रूप में होगी।
बता दें कि नितिन अग्रवाल के पिता नरेश अग्रवाल सपा में लंबे समय तक रह चुके हैं और हरदोई से सात बार विधायक चुने जा चुके हैं। वह सपा में रहते हुए राज्यसभा के लिए भी चुने जा चुके हैं। वह कांग्रेस में भी रह चुके हैं।
फिलहाल वह बीजेपी में हैं। अग्रवाल बनिया हैं। पर्यवेक्षकों का कहना है कि ठीक विधानसभा चुनावों से पहले नितिन अग्रवाल को डिप्टी स्पीकर बनाए जाने का मक़सद इस समुदाय को खुश कर उनका वोट हासिल करने की रणनीति है।
यह एक राजनीतिक परंपरा रही है कि विधानसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष के लिए छोड़ दिया जाता है, पर बीजेपी ने इस परिपाटी को तोड़ने का फ़ैसला कर लिया है।
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