यूपी के आगरा में इंजीनियरिंग की एक छात्रा को दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कराने के लिए हद से गुजर जाने की सीमा तक जाना पड़ गया। आरोपी पर कार्रवाई कराने के लिए उसके सामने सार्वजनिक तौर पर कपड़े उतार कर प्रदर्शन करने की नौबत आ गई।
रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज की 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा के साथ यह यौन उत्पीड़न की घटना हुई। उसको आरोपी के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए 17 दिनों तक इंतजार करना पड़ा। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक बार तो उसने अपनी हताशा व्यक्त करने के लिए सार्वजनिक रूप से अपने कपड़े भी उतार दिए। रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता को मानसिक अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे तीन दिनों तक निगरानी में रखा गया। इधर इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जिसने उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया था।
अंग्रेजी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा है कि आरोपी 22 वर्षीय युवक है जो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू में एमटेक कर रहा है। स्थानीय पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में लखनऊ की रहने वाली लड़की ने कहा है कि 10 अगस्त की शाम को आरोपी ने चलती कार में उसके साथ बलात्कार किया।
रिपोर्ट के अनुसार 11 अगस्त को महिला की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बावजूद स्थानीय पुलिस ने कथित तौर पर आरोपी को गिरफ्तार करने का कोई प्रयास नहीं किया। कथित तौर पर यह कहा गया कि कथित बलात्कार के समय आरोपी की लोकेशन जम्मू में थी। अगले कुछ दिनों में लड़की ने कथित तौर पर कई बार पुलिस थानों के चक्कर काटे और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। उसके बाद उसने रविवार को सार्वजनिक रूप से कपड़े उतारने का फैसला किया ताकि पुलिस मामले पर कार्रवाई कर सके।
अस्पताल के निदेशक ने कहा, 'उसे रविवार शाम को यहां भर्ती कराया गया था, और हमने उसे तीन दिनों तक निगरानी में रखा। इस दौरान, सुबह उठने से लेकर सोने तक उसकी गतिविधियों पर ध्यान दिया गया। हमें कुछ भी असामान्य नहीं लगा और मंगलवार को उसे उसकी मां को सौंप दिया गया।'
अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमने आगे की जांच के लिए आरोपी को आगरा बुलाया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया, जब हमें पता चला कि वह पिछले कुछ महीनों से उसे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहा था।' पुलिस ने कहा कि आरोपी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का रहने वाला है और आईआईटी में प्रवेश से पहले उसने आगरा के एक विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी।
पुलिस ने कहा कि बलात्कार की शिकायत दर्ज करने से पहले उसने 29 जुलाई को स्थानीय पुलिस स्टेशन में आरोपी द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। थाने की ओर से कहा गया कि दावे का समर्थन करने वाला कोई सबूत नहीं मिला था। तब इस वजह से कार्रवाई नहीं हुई थी।
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