उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार ने सड़क दुर्घटना के बाद दावा किया था कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आदमी उन्हें आए दिन धमकाते रहते थे। अब पीड़िता के परिवार ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो को पीड़िता की बहन ने बनाया है। इस महीने की शुरुआत में पीड़िता के परिवार ने चीफ़ जस्टिस ऑफ़ इंडिया रंजन गोगोई और स्थानीय पुलिस को पत्र लिखकर इन धमकियों के बारे में भी बताया था। सूत्रों के मुताबिक़, सीजेआई ने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री से पूछा है कि यह चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट में कब आई और इसमें पीड़िता के परिवार की ओर से क्या माँग की गई है।
बता दें कि रेप पीड़िता जब रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी तभी उनकी कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है जबकि पीड़िता और उनके वकील लखनऊ के ट्रामा सेंटर में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
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इस वीडियो में नीली टी शर्ट पहना एक आदमी पीड़िता के घर के बाहर खड़ा है। पीड़िता की बहन के कई बार कहने के बाद भी वह व्यक्ति वहाँ से नहीं जाता। पीड़िता की बहन उससे कहती है कि हमारे दरवाजे पर मत आना। वह आगे कहती है कि हमारे परिवार की बर्बादी के लिए तुम ही जिम्मेदार हो। यह शख़्स बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की क़रीबी शशि सिंह का पति बताया जाता है। शशि सिंह भी पीड़िता के साथ हुए बलात्कार के मामले में जेल में बंद है।
अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी एक ख़बर के मुताबिक़, रेप पीड़िता के गाँव में विधायक सेंगर के ‘चेलों’ का बहुत ख़ौफ़ है। ख़बर के मुताबिक़, स्थानीय लोगों का साफ़ कहना है कि यह सड़क दुर्घटना एक साज़िश है। लेकिन ऐसा कहते हुए वे सावधान भी रहते हैं और डरते भी हैं। उन्हें इस बात का डर है कि कहीं यह बात सेंगर के ‘गुर्गों’ या ‘चेलों’ तक न पहुँच जाये। ग्रामीणों ने अख़बार को बताया था कि हाल ही में पीड़िता की माँ ने उन्हें धमकियाँ मिलने के बारे में बताया था।
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हादसे के बाद पीड़िता की माँ और बहन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि यह सड़क दुर्घटना विधायक ने करवाई है। उन्होंने कहा था कि विधायक सेंगर जेल के अंदर से ही सब कुछ करवा रहे हैं और विधायक के गुर्गे लगातार हमारे परिवार को डराते-धमकाते रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि विधायक भले ही जेल में हो लेकिन उनके पास वहाँ भी फ़ोन है और उसके आदमी भी बाहर हैं।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ जून, 2017 में अपने आवास पर बलात्कार किया था। पीड़िता ने कहा था कि तब वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी माँगने के लिए विधायक के पास गई थी।
कुलदीप के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जाँच सीबीआई से कराने की सिफ़ारिश की थी, जिसे एजेंसी ने स्वीकार कर लिया था।
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पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया था कि बलात्कार मामले में विधायक और उनके साथियों ने पुलिस में शिक़ायत नहीं करने के लिए उन पर दबाव बनाया था। परिवार ने कहा था कि विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व उसके साथियों ने उसके पिता के साथ मारपीट की थी और इसके बाद पुलिस हिरासत में पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। मौत से पहले पीड़िता के पिता का वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने विधायक के भाई और समर्थकों पर उन्हें पीटे जाने का आरोप लगाया था।
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