कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान लापरवाही के लिए योगी सरकार की कड़ी आलोचना हुई थी। इसके अलावा किसान आंदोलन, जबरदस्त बेरोजगारी को लेकर युवकों के गुस्से के बावजूद लोगों ने बीजेपी को फिर से मौका दिया है। सभी एग्जिट पोल ने भी बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की थी।
गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ, करहल से अखिलेश यादव, जसवंत नगर से शिवपाल यादव और सिराथू से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आगे चल रहे हैं।
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2024 में आम चुनाव है। यूपी में बीजेपी की स्थिति बता रही है कि वो 2024 में भी यूपी से अच्छी सीटें ले जा सकती है। हालांकि इसे पक्की तौर पर नहीं कहा जा सकता। इसे सिर्फ एक संकेत समझा जा सकता है।
भारत की 135 करोड़ की आबादी में हर पांचवां घर, यूपी से सबसे ज्यादा सांसद भेजता है। यूपी में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती मानी जाने वाली सपा ने छोटे दलों के साथ एक गठबंधन बनाया था, जिससे उम्मीद थी कि ओबीसी मतदाताओं के साथ मुस्लिम-यादव समर्थन के आधार पर वो आसानी से जीत हासिल कर लेगी। लेकिन सारे समीकरण धरे रह गए।
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