उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बीएसपी और अन्य दलों से आने वाले नेताओं को पार्टी में शामिल करने के काम में जुटे हैं। रविवार को अंबेडकर नगर में हुई जनादेश रैली में लालजी वर्मा और राम अचल राजभर सपा में शामिल हो गए। माना जा रहा है कि इससे पूर्वांचल में सपा को काफ़ी मदद मिलेगी। इसके साथ ही अखिलेश छोटे दलों को जोड़कर मज़बूत गठबंधन भी बना रहे हैं।
पूर्वांचल में भाजपा को जोरदार चुनौती देगी सपा!
- उत्तर प्रदेश
- |
- |
- 8 Nov, 2021
किसान आंदोलन के कारण भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जबरदस्त दबाव में है और पूर्वांचल में सपा उसे चुनौती दे रही है।

लालजी वर्मा और राम अचल राजभर मायावती के क़रीबी नेताओं में शुमार थे। वर्मा कुर्मियों के बड़े नेता हैं और उनके आने से सपा को इस वर्ग के जबकि रामअचल राजभर के आने से पार्टी को राजभर समुदाय के वोट मिलेंगे।
अंबेडकर नगर की इस रैली को लेकर राजनीतिक विश्लेषक शीतल पी. सिंह ने ‘सत्य हिन्दी’ के कार्यक्रम में कहा कि वर्मा और राजभर के सपा में आने से पूर्वांचल के कई जिलों में इसका असर होगा और पिछड़े अगर लामबंद रहे तो भाजपा के लिए चुनावों में आशावर्धक संभावनाएं नहीं रह जाएंगी। उन्होंने कहा कि महंगाई यहां एक बड़ा मुद्दा है और लोग इस पर काफी मुखर हैं। इसके अलावा बेरोज़गारी भी बड़ा मुद्दा है।