उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा आदिवासी आबादी वाले ज़िले सोनभद्र में भूमाफियों ने ज़मीन पर कब्ज़े के लिए दस लोगों को हलाक कर डाला। पूरे ज़िले में दशकों से आदिवासियों की जोती-बोई जाने वाली ज़मीनें ख़रीद और कब्ज़ा रहे बेखौफ़ माफियाओं ने पूरे फ़िल्मी अंदाज़ में सैकड़ों की भीड़ के साथ धावा बोल दिया और दस आदिवासियों की गोली मार कर हत्या कर दी। इसके साथ ही उन्होंने दो दर्जन से ज़्यादा लोगों को घायल कर दिया।
सोनभद्र: आदिवासियों के नरसंहार पर कहाँ हैं सरकार और विपक्ष?
- उत्तर प्रदेश
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- 19 Jul, 2019

उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा आदिवासी आबादी वाले ज़िले सोनभद्र में भूमाफियों ने ज़मीन पर कब्ज़े के लिए दस लोगों को हलाक कर डाला। सवाल उठ रहे हैं कि क्या हुआ क़ानून-व्यवस्था का? विपक्ष कहाँ है?
प्रदेश में हुए इस जघन्य हत्याकांड पर क़ानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जहाँ प्रमुख विपक्षी दल ट्वीट और प्रेसनोट के ज़रिए कर्त्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं वहीं स्थानीय पत्रकार आदिवासियों के संहार के मुद्दे पर सड़क पर उतर आए हैं। पत्रकारों का कहना है कि पूरे उत्तर प्रदेश में अकेला सोनभद्र ही ऐसा ज़िला है जहाँ दो विधानसभा सीटें आदिवासियों के लिए सुरक्षित हैं पर यहाँ इन्हीं मूल निवासियों का संहार हो रहा है। उनका कहना है कि पूरे ज़िले में आदिवासियों की ज़मीनें छीनी जा रही हैं और विरोध करने पर उन्हें मारा जा रहा है। हालात यह हैं कि बीते दस सालों में सोनभद्र में कई कंपनियाँ और उद्योग समूह भूस्वामी बन चुके हैं और आदिवासी लगातार बेदखल होते जा रहे हैं।