उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो किशोरियों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। दोनों ही सगी बहनें थीं और बीते सोमवार की शाम से ग़ायब थीं। पुलिस ने इस मामले में एक शख़्स को हिरासत में लिया है। दोनों के शव बीसलपुर कोतवाली इलाक़े के जसौली गांव में मंगलवार सुबह मिले।
एक किशोरी का शव पेड़ से लटका हुआ था जबकि दूसरे का शव पास के ही खेत में मिला। परिजनों का कहना था कि यह हत्या का मामला है और यह भी हो सकता है कि हत्या से पहले उनका यौन शोषण किया गया हो। लेकिन पीलीभीत पुलिस ने इससे इनकार किया है।
पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि किशोरियों के गले पर चोट के निशान हैं लेकिन दोनों के ही शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक़ उनके साथ किसी तरह के दुर्व्यवहार की भी बात सामने नहीं आई है।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक़ एक किशोरी का शव मिलने के बाद भी परिजनों ने पुलिस को इस बारे में जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि परिवार की भूमिका इस मामले में संदिग्ध दिख रही है और इस बारे में कुछ सबूत भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस सुबूत जुटा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा करेगी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एसपी जय प्रकाश मौक़े पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि किशोरियों की उम्र 19 और 17 साल थी और उनके पिता मजदूरी करते हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से आए आदेश के बाद बरेली रेंज के आईजी राजेश कुमार पांडे भी बीसलपुर पहुंचे और मामले की जांच की समीक्षा की।
उत्तर प्रदेश में लगभग आए दिन महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध की घटनाएं आती रहती हैं। बीते साल हुए हाथरस मामले को लेकर और उसके बाद भी कई जगहों पर बलात्कार की घटनाओं को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोला था। इसके अलावा छिनैती, चोरी की घटनाएं भी सुर्खियों में रहती हैं।
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