उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के नौजवान पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की हत्या करने वाले भाड़े के हत्यारे तो पकड़ लिए गए हैं लेकिन हत्या की सुपारी देने वाली लेडी डॉन दिव्या अवस्थी अभी पकड़ से बाहर है। दिव्या अवस्थी ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे की ख़बर लिखने और उसे सोशल मीडिया पर जमकर शेयर करने को लेकर पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी को कई बार धमकाया था और फिर उनकी हत्या करा दी। इस लेडी डॉन पर दस हजार रुपये का ईनाम रख दिया गया है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश चल रही है।
दिव्या अवस्थी बीजेपी से जुड़ी है। वह विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की मातृ संयोजिका और राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता नाम के संगठन की प्रदेश अध्यक्ष भी है। बताया गया है कि अपने बचने के रास्ते की खोज में वह इन दिनों राजधानी लखनऊ में है।
पहले भी करवाया था हमला
शुभममणि त्रिपाठी स्थानीय समाचार पत्र कम्पू मेल में ख़बरें लिखते थे। समाचार पत्र से ज्यादा शुभममणि की सोशल मीडिया पर पहुंच थी। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गयी तमाम ख़बरों पर कार्रवाई भी हो जाती थी। उन्नाव में ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे को लेकर शुभममणि ने ख़बर लिखी थी जिसे लेकर लेडी डॉन नाराज हो गई और आगे से इस मामले से दूर रहने को कहा।
उन्नाव के स्थानीय पत्रकार राम कुमार बताते हैं कि शुभममणि ने मामले का फ़ॉलो अप भी लिखा और उसे सोशल मीडिया पर जमकर प्रचारित भी किया। लेडी डॉन ने एक साल पहले भी शुभममणि पर गोलियां चलवा कर हमला किया था और फिर इसी महीने 19 जून को उनकी हत्या करा दी।
कुछ लोगों का कहना है कि शुभममणि और लेडी डॉन दोनों सत्ताधारी दल के नेताओं के करीबी थे और इसी के चलते दोनों में समझौता कराने की कोशिशें भी की गयी थीं।
चार लाख में हुई हत्या
बीते शुक्रवार को दोपहर के वक़्त शुभममणि की उस समय हत्या कर दी गयी थी, जब वह उन्नाव से शुक्लागंज लौट रहे थे। शुभममणि की गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पोनी रोड झंडा चौराहे पर मोबाइल की दुकान भी है। बीते कुछ समय से वह शुक्लागंज के कटरी पीपरखेड़ा इलाक़े में सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों व अवैध निर्माण को लेकर न केवल ख़बर लिख रहे थे बल्कि अधिकारियों से शिकायत भी कर रहे थे।
उन्नाव शुक्लागंज रोड पर सहजनी के क़रीब उन्हें रोक कर कई गोलियां मार कर मौत की नींद सुला दिया गया। इस मामले में तीन लोग पकड़े गए। पुलिस की गिरफ्त में आए इन लोगों ने कुबूल किया कि उन्होंने लेडी डॉन दिव्या अवस्थी से चार लाख रुपये की सुपारी ली थी। लेडी डॉन से पैसों की डील में उनका पति भी शामिल था। लेडी डॉन ने हत्या हो जाने के कुछ घंटों में ही पैसा दे देने की बात कही थी।
मिलती रहती थीं धमकियां
जमीनों पर कब्जे, रेत माफिया के ख़िलाफ़ ख़बरें लिखने पर शुभममणि को कई बार धमकियां मिलती थीं। करीब डेढ़ साल से तो लेडी डॉन दिव्या उन्हें आए दिन धमकाती रहती थी। इसी साल फरवरी में शुभममणि की शादी के ठीक एक दिन पहले भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी। शुभममणि ने इस मामले में पुलिस से शिकायत भी की थी।
शुभममणि ने अपनी हत्या से ठीक पहले फेसबुक पर लिखा था कि भूमाफिया ने उन पर किसी के द्वारा फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया है। जिस दिन शुभममणि की हत्या हुई, उसी दिन उनके भाई ने एक वीडियो कई लोगों को वॉट्सऐप पर शेयर किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि पुलिस की शह पर उनके भाई की हत्या हुई है और वो लगातार पुलिस से अपने भाई के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे थे। बीते साल जब शुभम पर गोली चली थी तब भी पुलिस के आला अधिकारियों से शिकायत कर सुरक्षा मांगी गयी थी।
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