उत्तर प्रदेश में अपने बेबाक बोलों के लिए सेवाकाल में और रिटायरमेंट के बाद भी चर्चित रहे डॉ. सूर्य प्रताप सिंह पर योगी सरकार ने इसलिए मुक़दमा ठोक दिया है क्योंकि उन्होंने एक सवाल पूछ लिया। डॉ. सिंह ने प्रदेश में ‘नो टेस्ट नो कोरोना’ की नीति पर सवाल उठाते हुए मुख्य सचिव के साथ हुई अधिकारियों की बैठक का हवाला देकर एक ट्वीट किया था। शुक्रवार को अपने ट्वीट के समर्थन में सिंह ने ट्विटर पर प्रदेश सरकार का ही एक पत्र पोस्ट किया जिसमें कहा गया है कि आईसीएमआर व राज्य सरकार के निर्देशों के इतर किसी का कोरोना टेस्ट न किया जाए। रिटायर्ड आईएएस डॉ. एसपी सिंह ने गुरुवार को एक ट्वीट कर जानकारी दी कि ‘यूपी में कोरोना संकट से निपटने के लिए गठित वरिष्ठ अधिकारियों की टीम की बैठक में मुख्य सचिव ने ज़िलाधिकारियों को हड़काते हुए कहा कि क्यों इतनी तेज़ी पकड़े हुए हो, क्या ईनाम पाना है जो टेस्ट टेस्ट चिल्ला रहे हो।’ सिंह ने आगे मुख्य सचिव से प्रदेश की रणनीति स्पष्ट करने के लिए कहते हुए लिखा- ‘नो टेस्ट नो कोरोना’।