विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद तमाम राजनीतिक दलों की ओर से तीख़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इशारों-इशारों में अपनी बात कही है। राहुल ने शुक्रवार को ट्वीट किया है - ‘कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।’
शायद राहुल गांधी का इशारा इस ओर है कि अगर विकास दुबे से पूछताछ की जाती तो न जाने कितने सफेदपोश लोगों का सच सामने आ जाता। इस बात की आशंका विकास की गिरफ़्तारी के बाद से ही लगाई जा रही थी कि उसका एनकाउंटर हो सकता है क्योंकि पूछताछ में वह कई राज उगल सकता था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मामले में ट्वीट कर योगी सरकार को निशाने पर लिया है। प्रियंका ने शुक्रवार को कहा, ‘उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है और कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।’
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं, ये सच सामने आना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच कराई जानी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने शुक्रवार सुबह भी ट्वीट किया था - ‘अपराधी का तो अंत हो गया, लेकिन उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?’
पुलिस के मुताबिक़, जिस गाड़ी में विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से उत्तर प्रदेश के कानपुर ले जाया जा रहा था, वह गाड़ी पलट गई थी, इस पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था - ‘दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है।’
इस एनकाउंटर को लेकर देखिए, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का वीडियो -
विकास दुबे बेहद शातिर बदमाश था और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से उसके बेहतर संबंध थे। अपराध और राजनीति की दुनिया में वह खासा सक्रिय था और बिकरू गांव की घटना के बाद उसकी और उसके गुर्गों की राजनेताओं और आला पुलिस अधिकारियों के साथ तसवीरें सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हुई थीं। ऐसे में माना जा रहा था कि विकास का मुंह खोलना कई लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है।
पुलिस ने बिकरू गांव की घटना के बाद से ही उसके गुर्गों को ढेर करना शुरू कर दिया था और कई को गिरफ़्तार कर लिया था।
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