हिंदुस्तान के 73 प्रतिशत लोग जो बब्बर शेर हैं जो देश को चलाते हैं, जो इस देश को आगे लेकर जाते है वह सो गये है, डर गए हैं, ये देश की सच्चाई है। 73 प्रतिशत लोग कहते रहें कि ये चीज नहीं होनी चाहिए, लेकिन अगर अडानी और नरेंद्र मोदी ने तय कर लिया तो वो होगा। उन्हें मतलब नहीं, देश के 73 प्रतिशत लोग क्या चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि आपने 'राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा' के कार्यक्रम में किसी किसान, गरीब, मजदूर को नहीं देखा होगा। हिंदुस्तान की राष्ट्रपति आदिवासी हैं, क्या आपने उन्हें राम मंदिर के कार्यक्रम में देखा? अब आप कहेंगे कि नरेंद्र मोदी ओबीसी हैं, वो हमें दिखे। लेकिन सच ये है कि नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं। बल्कि उनकी जाति को ओबीसी में शामिल किया गया था।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी को देश के बजट की कोई समझ नहीं है, उन्हें नहीं मालूम कि बजट कैसे बनता है। पीएम मोदी सिर्फ भाषण देना और नफरत फैलाना जानते हैं। हिंदुस्तान के 73 प्रतिशत लोगों की देश के बजट में सिर्फ 6.10 प्रतिशत भागीदारी है।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार में आम जनता का ध्यान भटकाकर उनकी जेब से पैसा निकाला जा रहा है। 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान हजारों लोगों से मिला, जिसमें हर जगह एक बात सामने आई कि हर जगह बेरोजगारी की समस्या है। युवाओं ने बताया कि हमने लाखों रुपए लगाकर पढ़ाई की, ताकि हमें नौकरी मिल सकी। हम कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन परीक्षा के दिन पेपर हमें मोबाइल पर दिखता है। फिर पता चलता है कि पेपर लीक हो गया है।
उन्होंने कहा कि मैं शिव जी को मानता हूं। जब मैं वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर गया तो वहां पर पुलिसवालों ने सारे मोबाइल फोन रख लिए। क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती कि राहुल गांधी की फोटो शिव मंदिर के अंदर दिखे। आज जो भाषण दे रहा हूं, वो भी टीवी पर नहीं दिखेगा।
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