लोकसभा चुनावों में बुरी तरह पस्त होने के बाद जहाँ राहुल गाँधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने पर अब तक अड़े हुए हैं वहीं उनकी बहन प्रियंका ने हार नहीं मानी है। लोकसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस में महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनायी गयी प्रियंका ने एक बार फिर से मोर्चे पर डटने का फ़ैसला किया है। प्रियंका गाँधी न केवल उत्तर प्रदेश की हारी हुई सीटों की गहन समीक्षा करवा रही हैं, बल्कि संगठन मज़बूत करने की ओर भी ख़ासा ध्यान दे रही हैं। लोकसभा चुनावों के नतीजे सामने आने के तीन दिनों के भीतर ही टीम प्रियंका के सदस्यों को काम पर लगा दिया गया है। प्रियंका गाँधी की तैयारियाँ उत्तर प्रदेश के आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर हैं जिसके लिए एक सोची-समझी रणनीति के तहत काम किया जाएगा। प्रियंका गाँधी न केवल इन दिनों कांग्रेस प्रत्याशियों को विभिन्न सीटों पर मिले मतों का ब्यौरा जुटा रही हैं, बल्कि मज़बूत सीटें भी छाँट रही हैं जहाँ पार्टी को एक लाख के आसपास वोट मिले हैं। बीजेपी की तर्ज पर ही प्रियंका गाँधी यूपी की अन्य पिछड़ी जातियों में भी घुसपैठ बनाने की रणनीति तैयार कर रही हैं।
यूपी को लेकर प्रियंका गंभीर, संगठन मजबूत करने में जुटीं
- उत्तर प्रदेश
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- 7 Jun, 2019
लोकसभा चुनावों में बुरी तरह पस्त होने के बाद भी प्रियंका ने हार नहीं मानी है। चुनाव नतीजे सामने आने के तीन दिनों के भीतर ही टीम प्रियंका के सदस्यों को काम पर लगा दिया गया है।
