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फाइल फोटो

लोकसभा चुनाव के बीच राष्ट्रपति आज करेंगी अयोध्या का दौरा, संजय राउत ने उठाए सवाल   

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज यानी बुधवार को अयोध्या का दौरा करेंगी। वह शाम 6.45 बजे श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में रामलला का दर्शन करेंगी। इससे पहले वह हनुमानगढ़ी भी जायेंगी। 

राष्ट्रपति के अयोध्या दौरे को लेकर विपक्ष के नेता सवाल उठा रहे हैं। शिवसेन उद्धव ठाकरे गुट के नेता सजय राउत ने कहा है कि चुनाव है इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अयोध्या भेजा गया है। 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर दौरे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा है कि "चुनाव है न इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अयोध्या भेजा गया है। जब प्रभु श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तब उन्हें वहां नहीं बुलाया गया था। तब उन्हें इन सबसे दूर रखा गया लेकिन अब चुनाव है इसलिए चुनाव में माहौल बनाने के लिए उन्हें वहां  भेजा गया है"।  

वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि जब द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बनीं तो विपक्ष को यह पसंद नहीं आया। कांग्रेस चुनाव के दौरान झूठ फैलाने का काम करती रही है। जब यह स्पष्ट हो गया कि निमंत्रण (प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का) वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों को भेजा गया था, तो राहुल गांधी का झूठ देश के सामने उजागर हो गया। 

अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी ने उस बयान को गलत बताया है जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि अयोध्या में जब श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हो रहा था तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया था। राहुल गांधी ने उस बयान के बाद अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चंपत राय ने कहा,  "राहुल गांधी ने कहा है कि आदिवासी होने के कारण प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बुलाया नहीं गया। इसके कुछ निहितार्थ हैं इसीलिए मुझे कहना पड़ा कि उन्होंने तथ्यों की जानकारी नहीं ली। 

यह असत्य, निराधार और भ्रामक है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को उनके घर जाकर निमंत्रण दिया गया था। मेरा निवेदन है कि तथ्यों को जान लें। अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, सभी को बुलाया गया था। 

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क़मर वहीद नक़वी
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