नागरिकता क़ानून के विरोध से क्या सरकार इतनी डर गई है कि प्रदर्शन करने और इसमें शामिल होने वालों को दबाने के लिए सरकार अजीब कार्रवाइयाँ कर रही है? यदि किसी प्रदर्शन में शामिल होने वाले से 1.04 करोड़ रुपये की वसूलने की बात आएगी तो इसे अजीब नहीं तो क्या कहा जाएगा! यह वसूली भी किसी सार्वजनिक संपत्ति के नुक़सान के लिए नहीं, बल्कि इसलिए कि प्रदर्शन के कारण पुलिस को ड्यूटी पर लगाना पड़ा।
सीएए प्रदर्शन: यूपी सरकार का कहर, कवि प्रतापगढ़ी को 1 करोड़ का नोटिस
- उत्तर प्रदेश
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- 16 Feb, 2020
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में शामिल होने वाले कवि से राजनेता बने इमरान प्रतापगढ़ी से 1.04 करोड़ रुपये वसूलने का नोटिस।

यह मामला है उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का। ज़िला प्रशासन ने कवि से नेता बने इमरान प्रतापगढ़ी को यह कहते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न उनसे 1.04 करोड़ रुपये वसूले जाएँ। यह वसूली शहर में 29 जनवरी से चल रहे नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन से जुड़ी है। नोटिस के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों की तैनाती को लेकर हर रोज़ के आधार पर वसूली की यह राशि तैयार की गई है।