कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण से मारे गए लोगों के शव गंगा नदी में बहाए जाने की रिपोर्टों को सरकार भले ही खारिज करती रही हो, लेकिन अब नमामि गंगे के प्रमुख ने ही यह मान लिया है। उन्होंने यह बात एक किताब में लिखी है। गुरुवार को लॉन्च हुई उस नई किताब के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंगा 'मृतकों के लिए आसान डंपिंग ग्राउंड' बन गई थी। इसमें यह भी कहा गया है कि यह समस्या यूपी तक ही सीमित थी।