चुनाव उत्तर प्रदेश में होने हैं और यहां की जनता की ज़्यादा चिंता बिहार के राजनीतिक दलों को सता रही है। एनडीए में शामिल और बिहार के राजनीतिक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने जोर-शोर से एलान किया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब एक और दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) (सेक्युलर) भी मैदान में उतरने जा रहा है।
आख़िर उत्तर प्रदेश का रूख़ क्यों कर रहे हैं सहनी और मांझी?
- उत्तर प्रदेश
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- 31 Jul, 2021

एनडीए में शामिल और बिहार के राजनीतिक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने जोर-शोर से एलान किया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
हम (सेक्युलर) पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी है। बिहार में सरकार चला रही जेडीयू भी इस बात का एलान कर चुकी है कि वह उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में रहते हुए वीआईपी ने 11 सीटों जबकि हम ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था और इन्हें 4-4 सीटें हासिल हुई थी। इससे पता चलता है कि इनकी राजनीतिक हैसियत बिहार में बहुत ज़्यादा नहीं है। मतलब साफ है कि वीआईपी और हम बिहार में ही इतने बड़े दल नहीं हैं तो सवाल यह है कि ये उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में क्या तीर मार पाएंगे।
तो ये दल उत्तर प्रदेश में आ क्यों रहे हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं और उन पर बारी-बारी से बात करते हैं।