उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र अखिलेश यादव और मायावती के बीच चुनावी गठबंधन की सुगबुगाहट अभी ख़त्म भी नहीं हुई थी कि सीबीआई ने अखिलेश यादव पर गाज़ गिरा दी। आज सीबीआई ने एलान किया कि बालू खनन घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी पूछताछ हो सकती है।
इधर गठबंधन की बात, उधर अखिलेश यादव पर सीबीआई की गाज?
- देश
- |
- 25 Mar, 2019
यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए अखिलेश और मायावती के बीच गठबंधन की अभी ख़बरें आई ही थीं कि सीबीआई ने एलान किया है कि बालू खनन घोटाले में अखिलेश से भी पूछताछ हो सकती है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, 2012 और 2013 में मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव के पास खनन विभाग का अतिरिक्त चार्ज था। सीबीआई के मुताबिक़, इस मामले में समाजवादी पार्टी से पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से भी सीबीआई पूछताछ करेगी।
शनिवार को यह ख़बर आई कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, अजित सिंह की राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी के बीच में लोकसभा की सीटों का बँटवारा हो गया है। इस गठबंधन का औपचारिक एलान अभी होना बाक़ी है। शुक्रवार को दिल्ली में मायावती और अखिलेश यादव के बीच लंबी बातचीत हुई।
उत्तर प्रदेश में 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को 73 सीटें मिली थीं। 2014 में समाजवादी पार्टी और मायावती ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी इन दोनों पार्टियों में कोई गठबंधन नहीं था। विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 325 सीटें मिली थीं। समाजवादी पार्टी और बीएसपी का बुरी तरह सफ़ाया हो गया था।