loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
48
एनडीए
32
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
220
एमवीए
55
अन्य
13

चुनाव में दिग्गज

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

आगे

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

मंगेश यादव मुठभेड़: परिवार बोला- घर से उठाकर गोली मारी; अखिलेश के कड़े सवाल

यूपी में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर बवाल और तब बढ़ गया है जब उसके परिवार ने कहा है कि मंगेश को घर से ले जाकर गोली मारी गई। उन्होंने दावा किया है कि सोमवार रात को पुलिस उठाकर ले गई थी और तीसरे दिन उनको लाश दिया गया। विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने फिर इस एनकाउंटर पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही आरोप लगाया है कि 'जात' देखकर एनकाउंटर किया गया है और मेडिकल रिपोर्ट बदलवाने के लिए दबाव डाला जा रहा है।

इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने जिस ज्वैलरी लूट मामले में मंगेश को आरोपी बनाया गया था उस ज्वैलरी शॉप के मालिक का एक वीडियो बयान साझा करते हुए फिर से यूपी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, 'सवाल ये है कि लुटेरों से लूट का माल किसने लूट लिया। जब सब पकड़े गये तो फिर सोना किसके ख़ज़ाने में जाकर जमा हो गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि जो लुटेरे बनकर गये वो किसी के प्रतिनिधि थे। सवाल गंभीर है।'

इससे पहले अखिलेश ने कहा था, 'दो दिन पहले जिसको उठाया और एनकाउंटर के नाम पर बंदूक़ सटाकर गोली मारकर हत्या की गयी, अब उसकी मेडिकल रिपोर्ट बदलवाने का दबाव डाला जा रहा है। इस संगीन शासनीय अपराध का सर्वोच्च न्यायालय तुरंत संज्ञान ले, इससे पहले कि सबूत मिटा दिये जाएं।' 

ऐसा ही आरोप मंगेश का परिवार लगा रहा है। मंगेश की बहन का कहना है कि मंगेश 28 तारीख़ को उसको कॉलेज में प्रवेश दिलाने भी ले गया था। उन्होंने कहा है कि 'सोमवार की रात 2 बजे 6 से 7 पुलिसवाले घर पहुंचे थे। वे जबरन भैया को ले गए। उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे। इसके अलावा पुलिस वालों ने कुछ नहीं कहा।' उनका कहना है कि मंगेश पर पहले कोई इनाम घोषित नहीं था।

ताज़ा ख़बरें
मंगेश की बहन का एक वीडियो बयान सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है जिसमें वह कह रही हैं कि पुलिस उसे सोमवार को रात 2 बजे घर से ले गई।

मंगेश के पिता राकेश यादव का कहना है कि पुलिस पूछताछ के बहाने उसे उठाकर ले गई थी तब घर में छोटी बहन और मंगेश की मां मौजूद थी। उन्होंने कहा कि 'इसके बाद गुरुवार को सूचना दी गई कि बेटे का शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है, ले जाइए। पुलिस ने उसे मार दिया।'

मीडियाकर्मियो से बात करते हुए राकेश यादव ने कहा कि वह गुजरात में काम करते हैं और वहीं उन्हें पता लगा कि उनके बेटे का एनकाउंटर हुआ है। उन्होंने कहा, 'पुलिस सोमवार की रात घर आई थी और उसे अपने साथ ले गई थी। इसके बाद गुरुवार को खबर मिली बेटे का शव पोस्टमार्टम हाउस में पड़ा हुआ है। उसे अकेला पाकर पुलिस ने मार दिया। उसके साथ कोई भी नहीं था।' उन्होंने अपने बेटे के डकैती की घटना में शामिल होने से इनकार किया है।

सम्बंधित खबरें

पत्रकार रोहिणी सिंह ने एनकाउंटर टीम में शामिल पुलिस वालों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है, 'सुनने में आया है कि चप्पल वाले पुलिस अधिकारी पार्ट टाइम प्रॉपर्टी डीलर का काम भी करते हैं। गोमती नगर एक्सटेंशन में उनकी ख़ास रुचि रहती है और हर विवादित जमीनों पर तेज नजर। संपत्ति का ब्यौरा माँगने वाली योगी सरकार को जरा चप्पल वाले अधिकारी की भी जांच करनी चाहिए।'

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

परिजन सवाल उठा रहे हैं कि मंगेश को तो उसके घर से पहले ही उठा लिया गया था, फिर भागते हुए उसका एनकाउंटर कैसे हो सकता है। उनके पिता राकेश यादव का कहना है कि कच्चे मकान में रहने वाला उनका परिवार अगर लुटेरा होता तो आज स्थितियां कुछ और होतीं।

मंगेश यादव का शव घर पहुंचने के कुछ ही देर में सपा का प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में ही मंगेश यादव की मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार यादव, मुस्लिम और बैकवर्ड क्लास को टारगेट बना रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें