कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली-यूपी के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों को हटाने की कोशिश योगी सरकार को भारी पड़ सकती है। गुरूवार शाम को योगी सरकार ने बड़ी संख्या में जवानों को ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर तैनात कर दिया था, जिसके विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत ने भावुक भाषण दिया था और किसान उनके पक्ष में लामबंद हो गए थे। बीते दिन मुज़फ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में भी बड़ी संख्या में लोग उमड़े थे और इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा बीजेपी के नेताओं में खलबली का माहौल है।
बीजेपी को भारी न पड़ जाए ग़ाज़ीपुर बॉर्डर खाली कराने की कोशिश
- उत्तर प्रदेश
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- 30 Jan, 2021
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली-यूपी के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों को हटाने की कोशिश योगी सरकार को भारी पड़ सकती है।

ग़ाज़ियाबाद प्रशासन के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर को खाली कराने के आदेश को लेकर ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने बीजेपी के कई सांसदों से बात की है। इन सांसदों का कहना है कि टिकैत के भावुक होने के बाद किसान और विशेषकर जाट समुदाय के लोग उनके पक्ष में आ डटे हैं।