उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में आवंटित की गई पाँच एकड़ ज़मीन पर मसजिद निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फ़ाउंडेशन ट्रस्ट के नौ सदस्यों के नामों की घोषणा भले ही कर दी हो मगर इसमें अयोध्या के किसी व्यक्ति को शामिल न करने पर स्थानीय लोगों और मुसलिम समाज में नाराज़गी है। बाबरी मसजिद के पक्षकार रहे इक़बाल अंसारी और हाजी महबूब का कहना है कि ट्रस्ट बनाने से पहले उनकी कोई भी राय नहीं ली गयी है, न ही इस ट्रस्ट में उनकी कोई दिलचस्पी है। बुधवार को बनाए गए ट्रस्ट में नौ लोगों को शामिल किया गया है जबकि अभी छह सदस्य और नामित किए जाएँगे। ट्रस्ट का गठन उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने किया है। ट्रस्ट के सर्वेसर्वा सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारुकी बनाए गए हैं।