एक हफ़्ते तक उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों की पुलिस जिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को खोज रही थी, वह मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ा गया है। उसने सरेंडर किया है या उसकी गिरफ़्तारी हुई है, इसे लेकर पुलिस जो कहानी बता रही है, उस पर ढेरों सवाल खड़े हो रहे हैं।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे मामला: जानिए, कब क्या हुआ?
- उत्तर प्रदेश
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- 5 Nov, 2020
विकास दुबे को बचपन से ही जरायम की दुनिया में नाम कमाने का शौक था। वह काफी समय से गैंग बनाकर लूटपाट और हत्याएं कर रहा था।

बहरहाल, हम आपको बताते हैं कि 2 जुलाई की रात को कानपुर के बिकरू गांव में इस हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम के 8 जवानों के शहीद होने के बाद आगे क्या हुआ।
3 जुलाई
3 जुलाई को मीडिया ने विकास दुबे की कुंडली खंगालनी शुरू की तो पता चला कि इस बदमाश पर 60 आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं। यह भी जानकारी सामने आई कि दुबे को बचपन से ही जरायम की दुनिया में नाम कमाने का शौक था। वह काफी समय से गैंग बनाकर लूटपाट और हत्याएं कर रहा था और इस काम में उसे राजनेताओं और पुलिस का भी भरपूर सहयोग मिलता रहा है।