हाथरस मामला बीजेपी के गले की फांस बन गया है। योगी सरकार इसे लेकर बुरी तरह घिर गयी है क्योंकि उसने इस मामले में पैदा हुए आक्रोश को यह कहकर दबाने की कोशिश की कि प्रदेश में जातीय हिंसा कराने की साज़िश रची जा रही थी। उसके सलाहकारों का कहना था कि इसके लिए इसलामिक देशों से 100 करोड़ की फंडिंग हो रही थी।
हाथरस: बीजेपी की मुसीबत, पार्टी के दलित-सवर्ण नेता आमने-सामने
- उत्तर प्रदेश
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- 10 Oct, 2020
हाथरस मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान और सांसद राजवीर दिलेर और उनकी बेटी मंजू दिलेर आमने-सामने हैं।

लेकिन यह ‘थ्योरी’ तो गिर गई। क्योंकि 'इंडिया टुडे' की रिपोर्ट के अनुसार ईडी ने फंडिंग की बात को ग़लत बताया है। अब सरकार को सांप सूंघ गया है। यह तो है बाहर की मुसीबत। पार्टी के अंदर भी हाथरस मामले को लेकर घमासान मचा हुआ है।