उत्तर प्रदेश में भयमुक्त समाज और अपराध मुक्त प्रदेश के नारे के साथ सत्ता में आयी योगी सरकार की चूलें ताबड़तोड़ हो रही हत्याओं ने हिला दी है। अकेले गुरुवार और शुक्रवार सुबह तक प्रदेश के कई हिस्सों में आठ पुलिसवालों सहित डेढ़ दर्जन लोग मारे जा चुके हैं। जीरो टॉलरेंस और सख़्त क़ानून-व्यवस्था का राग अलापती यूपी पुलिस के पास काम के नाम पर कुछ महीनों पहले नागरिकता क़ानून के विरोध में हुए आंदोलन में शामिल लोगों की गिरफ्तारी ही है। कानपुर में हुई आठ पुलिस वालों की नृशंस हत्या से प्रदेश भर में लोगों में ग़ुस्सा है। राजधानी लखनऊ में लॉकअप में युवक ने प्रताड़ना से तंग आकर शुक्रवार को फाँसी लगा ली है। प्रयागराज, गाज़ियाबाद, महोबा, अमरोहा में बीते 24 घंटों के भीतर हत्याओं की जानकारी सामने आयी है। कानपुर में जिस तरह पुलिस के आला अधिकारियों समेत सिपाहियों की हत्या हुई है उसने साबित कर दिया है कि किस तरह अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।