कोरोना संकट के चलते देश के बड़े शहरों- दिल्ली, मुंबई, पंजाब से शुरू हुआ मज़दूरों, ग़रीबों का पलायन भीड़ की शक्ल में अब नहीं दिख रहा है, लेकिन पैदल गाँवों के रास्ते या कस्बाई सड़कों पर लौटते हज़ारों लोग दिख रहे हैं। परदेस से लौटे मज़दूरों को अब क्वरेंटाइन में रखा जा रहा है जहाँ से ये लोग भाग रहे हैं। कई जगहों से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि उन्हें भरपेट खाना नहीं मिल रहा है, जबकि सरकार ने पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दे रखे हैं।
भरपेट खाना नहीं मिलने से क्वरेंटाइन सेंटर छोड़ भाग रहे मज़दूर?
- उत्तर प्रदेश
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- 5 Apr, 2020

कोरोना संकट के चलते देश के बड़े शहरों मज़दूरों, ग़रीबों का पलायन भीड़ की शक्ल में अब नहीं दिख रहा है, लेकिन पैदल गाँवों के रास्ते या कस्बाई सड़कों पर लौटते हज़ारों लोग दिख रहे हैं। वे क्वरेंटाइन सेंटर छोड़कर भाग रहे हैं।
सुल्तानपुर में दो दिन पहले बाहर से लौटने वाले 26 प्रवासी मज़दूर क्वरेंटाइन छोड़ भाग गए। लखीमपुर में क्वरेंटाइन में रह रहे दलित युवक रोशनलाल ने भूख लगी तो भाग कर गाँव से खाने को बिस्किट खरीदा लेकिन लौटने पर पुलिस ने पीट दिया। पिटाई से आहत नौजवान ने फाँसी लगा ली। बीते चार दिनों से आजमगढ़, सीतापुर, रायबरेली, सुल्तानपुर, हाथरस और खीरी से क्वरेंटाइन किए गए गरीबों व मज़दूरों के भागने की ख़बरें आ रही हैं। क्वरेंटाइन छोड़कर भागे कई लोगों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम व आईपीसी की धारा 269, 270 व 188 के तहत मुक़दमा भी दर्ज कराया गया है। कई जगहों पर क्वरेंटाइन किए गए लोगों, गाँव वालों का पुलिस के साथ संघर्ष भी हुआ है। मैनपुरी में तो बाहर से लौटे एक व्यक्ति के बारे में सूचना देने वाली गाँव की महिला का क़त्ल तक कर दिया गया है।