नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हुए उग्र प्रदर्शनों को रोक पाने में नाकाम रहे पुलिस और प्रशासन अपनी खीज सामाजिक कार्यकर्ताओं, जागरुक नागरिकों, वामपंथी रुझान वाले लोगों और छात्रों के साथ ही अपने इलाक़े की समस्याएं उठाने वाले बुजुर्गों पर निकाल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बदला’ लेने वाले बयान के बाद मानो पुलिस को सब कुछ करने की छूट मिल गयी है।
‘बदला’ लेने के योगी के बयान के बाद यूपी में बरपा पुलिसिया कहर
- उत्तर प्रदेश
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- 26 Dec, 2019

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बदला’ लेने वाले बयान के बाद मानो पुलिस को उत्तर प्रदेश में सब कुछ करने की छूट मिल गयी है।
पुलिस के आला अधिकारियों का खुलेआम कहना है कि उन्हें सख्ती करने के निर्देश दिये गए हैं। मुज़फ्फरनगर में एक बुजुर्ग तो लखनऊ में कई उम्रदराज लोगों की पिटाई के वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं और पुलिस की ज्यादती की कहानी कह रहे हैं। सरकारी संपत्ति को नुक़सान पहुंचाने वालों की मकान-दुकान जब्त कर वसूली के नोटिस वॉट्सऐप पर फैला कर सरकार के आला अधिकारी वाहवाही लूटने के भोंडे प्रयासों में जुटे हुए हैं। बनारस, गोरखपुर, लखनऊ, मेरठ सहित कई शहरों में इज्जतदार लोगों की तसवीरें इश्तेहार के तौर पर जारी कर उन्हें गुंडा व बलवाई करार दिया जा रहा है।