उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महानगरों से कोई भी प्रवासी कामगार/मजदूर पैदल यात्रा कर प्रदेश में नहीं आना चाहिए। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार प्रवासियों को सुरक्षित लाने के लिए पूरी सक्रियता से काम कर रही है।
बीते कुछ दिनों में सोशल मीडिया में कई वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें दिल्ली, मुंबई से प्रवासी मजदूरों और दूसरे लोगों को पैदल उत्तर प्रदेश आते हुए देखा गया है।
गुरुवार शाम को वायरल हुए ऐसे ही एक वीडियो में दिखा था कि लगभग 172 मजदूर अपने परिवार के साथ दिल्ली और नोएडा से पैदल ही अपने घरों की ओर जा रहे थे। इन्हें बुलंदशहर पुलिस ने रोका था और इनके खाने-पीने का इंतजाम किया था। इसके बाद इन्हें वहीं के एक कॉलेज में ठहराया गया था। स्थानीय प्रशासन ने इन्हें बसों से भेजने का वादा किया है।
राज्य सरकार का कहना है कि वह अब तक 7 लाख से अधिक मजदूरों को सुरक्षित वापस ला चुकी है। इसके साथ ही, उनके लिए भोजन की व्यवस्था, घर पहुंचाने, खाद्यान्न एवं 1,000 रुपये का भरण-पोषण भत्ता भी दिया गया है। सरकार के मुताबिक़, 12 लाख से अधिक प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं।
अपनी राय बतायें