बलात्कार मामले में बीजेपी नेता चिन्मयानंद से आख़िरकार पुलिस ने पूछताछ की है। गुरुवार रात क़रीब सात घंटे तक पूछताछ हुई। यह पूछताछ सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने की। लड़की से दुष्कर्म के आरोप लगाए जाने के क़रीब 15 दिन बाद यह कार्रवाई शुरू हुई है। अब तक दुष्कर्म के इस मामले में पुलिस ने एफ़आईआर तक दर्ज नहीं की है। हाल में लड़की ने आरोप लगाया है कि चिन्मयानंद ने ब्लैकमेल करके एक साल से ज़्यादा समय तक बलात्कार किया था।
'एनडीटीवी' ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चिन्मयानंद से पूछताछ गुरुवार शाम 6:20 बजे शुरू हुई थी जो रात के एक बजे तक चली। इधर चिन्मयानंद के वकील ने कहा, 'हम पूरी तरह से जाँच में सहयोग कर रहे हैं। हमें फिर से पेश होना पड़ सकता है।'
सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता द्वारा चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ आरोप लगाने के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी जाँच कराने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाइकोर्ट से कहा था कि वह इस जाँच की निगरानी करे। कोर्ट ने अगले आदेश तक उत्तर प्रदेश पुलिस को लड़की और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा था।
सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मिलने के बाद लड़की ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद ने एक साल तक उसका बलात्कार किया और शारीरिक उत्पीड़न भी किया है। पीड़िता ने कहा था, ‘मेरे पास इस मामले में चिन्मयानंद को दोषी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।’ पीड़िता ने कहा है कि वह इन सभी साक्ष्यों को सही समय आने पर एसआईटी को सौंप देगी।
लड़की ने आगे कहा था कि उसने जो वीडियो बनाया था वह ख़ुद की और परिवार की सुरक्षा के लिए बनाया था, वरना चिन्मयानंद उन सभी को मार देता। बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं। पीड़िता ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था। लड़की ने वीडियो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद माँगी थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ासा वायरल हुआ था।
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