बीजेपी ने रविवार को उत्तर प्रदेश में पसमांदा यानी पिछड़े मुसलमानों का सम्मेलन आयोजित किया। पार्टी का कहना है कि देश में यह अपने तरह का पहला कार्यक्रम है। याद दिलाना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे सभी समुदायों के पिछड़े वर्गों तक पहुंचें।
पसमांदा मुसलमानों को अपनी ओर खींच पाएगी बीजेपी?
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
मुसलिम समुदाय में 80 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले पसमांदा मुसलमानों को अगर बीजेपी अपने साथ जोड़ने में कामयाब रहती है तो निश्चित रूप से इससे विपक्षी दलों के लिए चिंता पैदा हो सकती है।

सवाल यह है कि क्या बीजेपी पसमांदा मुसलमानों के बीच सम्मेलन करके इस वर्ग तक अपनी पैठ बढ़ा पाएगी।
इस सम्मेलन को पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन का नाम दिया गया। सम्मेलन में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव साबिर अली, जम्मू और कश्मीर के मनोनीत राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना शामिल रहे। सम्मेलन में प्रदेशभर से मुसलिम पसमांदा समुदाय से जुड़े हुए बुद्धिजीवी शामिल हुए।