बीजेपी ने लक्ष्य बना लिया है कि देश भर में ओबीसी समुदाय के बड़े हिस्से को अपने पाले में करना है। ख़ासकर चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में इसके लिए वह जमकर पसीना बहाने जा रही है। उत्तर प्रदेश में 45 फ़ीसदी के आसपास ओबीसी समुदाय की आबादी है और इसमें भी अति पिछड़ा वर्ग को जोड़ने पर पार्टी का ज़्यादा जोर है।
यूपी: ओबीसी मतों का बड़ा हिस्सा अपने पाले में चाहती है बीजेपी, टीम तैयार
- उत्तर प्रदेश
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- 14 Aug, 2021
बीजेपी ने मोदी कैबिनेट में ओबीसी से 27 मंत्री होने के दावे का जमकर प्रचार किया है। इसके अलावा नीट परीक्षा में ओबीसी छात्रों के लिए 27 फ़ीसदी आरक्षण को भी सोशल मीडिया पर जमकर भुनाया जा रहा है।

सभी जातियों को जगह
संसद के दोनों सदनों में ओबीसी विधेयक पास हो चुका है और बीजेपी मोदी सरकार के इस क़दम को उत्तर प्रदेश में इस समुदाय के लोगों के बीच जोर-शोर से लेकर जाने वाली है। पार्टी ने अपने ओबीसी मोर्चा को कुछ इस तरह बुना है कि इसमें इस समुदाय की लगभग सभी जातियों को प्रतिनिधित्व मिला है।
पार्टी ने कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश ओबीसी मोर्चा की जो 26 सदस्यों वाली प्रदेश स्तरीय टीम का एलान किया है, उसमें इस समुदाय की ताक़तवर जातियों- यादव, कुर्मी, लोध, जाट से लेकर अति पिछड़ी जातियों- निषाद, राजभर, कुशवाहा, प्रजापति, पाल, चौरसिया और तेली (साहू) समाज से आने वाले नेताओं को जगह दी है। जबकि अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कश्यप समाज से आने वाले नरेंद्र कश्यप को दी गई है।