निषाद पार्टी और अपना दल से बीजेपी का सीट शेयरिंग फ़ॉर्मूला तय हो गया है। उसने दोनों दलों को 33 सीट दी है। लेकिन इन दोनों दलों के चार-पाँच प्रत्याशी बीजेपी चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे। इस फ़ॉर्मूले की औपचारिक घोषणा 29 जनवरी को हो सकती है।
बीजेपी से सीट शेयरिंग में निषाद पार्टी और अपना दल को घाटा?
- उत्तर प्रदेश
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- 27 Jan, 2022
बीजेपी निषाद पार्टी और अपना दल के बीच सीट शेयरिंग में किसे फायदा हुआ और किसे नुक़सान? पिछले एक महीने से बातचीत का क्या नतीजा निकला?

तकनीकी रूप से देखा जाए तो ओबीसी आधार वाली पार्टियों को बीजेपी ने कम सीटें दी हैं, जबकि वो खुद ओबीसी राजनीति में अपना प्रभुत्व बढ़ाना चाहती है। इसके मुक़ाबले सपा के ओबीसी राजनीति करने वाले दल फ़ायदे में हैं।
निषाद पार्टी और अपना दल से सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी पिछले एक महीने से बातचीत कर रही थी। इस दौरान बीजेपी कोर कमेटी की मीटिंग भी कई दिन चली लेकिन तीनों दल कोई सर्वमान्य हल नहीं खोज पाए। अपना दल ने 35 सीटें और निषाद पार्टी ने 25 सीटें माँगी थीं। बीजेपी ने 35 सीटें देने से अपना दल को मना कर दिया। इससे बात रूक गई। लेकिन तीनों दल अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करने में नहीं चूक रहे थे।