योगी आदित्यनाथ की सरकार में राज्यमंत्री रैंक के पद पर आसीन बीजेपी नेता ने असदुद्दीन ओवैसी पर गोली चलाने के आरोपी के घर का दौरा किया, उसके परिवार से मुलाक़ात की और आरोपी को निर्दोष बताया। बीजेपी नेता ने आरोपी को पूरा समर्थन का भरोसा भी दिया है।
बीजेपी के नेता और राज्य श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुनील भराला बुधवार को दादरी में पहुँचे। उन्होंने एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने के आरोपी दादरी निवासी सचिन शर्मा के परिवार से मुलाक़ात की। ओवैसी पर गोली चलाने के आरोप में सचिन शर्मा जेल में है। ओवैसी पर 3 फरवरी को हापुड़ के पास एक टोल प्लाजा पर तब हमला हुआ था जब वह चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। उनकी कार के टायर पंचर हो गए थे, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ था।
ओवैसी पर हमले का मुद्दा संसद में भी उठा था। उन पर हमले के बाद सीआरपीएफ़ की ओर से जेड सिक्योरिटी दी गई थी। हालाँकि ओवैसी ने उस सुरक्षा को लेने से इनकार कर दिया था। तब उन्होंने कहा था, 'मेरा सवाल यह है कि वे लोग कौन हैं जो बुलेट में विश्वास करते हैं, बैलेट में नहीं? ये लोग कौन हैं जो इतने कट्टरपंथी हैं कि वे आंबेडकर के संविधान में विश्वास नहीं करते हैं।'
ओवैसी ने कहा था कि युवाओं का कट्टरवाद देश के लिए ख़तरा है। उन्होंने कहा, 'जो लोगों को कट्टरपंथी बना रहे हैं, उन पर यूएपीए के तहत मामला क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है? अगर कोई भड़काऊ भाषण देता है, तो उन पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज नहीं किया जाता है, लेकिन क्रिकेट मैच पर प्रतिक्रिया देने वाले को इस कड़े क़ानून का सामना करना पड़ता है।'
ओवैसी ने कहा था, 'मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं आप सभी के समान ए श्रेणी का नागरिक बनना चाहता हूँ। मुझ पर गोली चलाने वालों के ख़िलाफ़ यूएपीए क्यों नहीं लगाया गया?' ओवैसी ने संसद में कहा था,
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मैं जीना चाहता हूँ, बोलना चाहता हूँ। गरीब सुरक्षित होने पर मेरा जीवन सुरक्षित रहेगा। मैं उन लोगों से नहीं डरूंगा जिन्होंने मेरी कार पर गोली चलाई।
असदुद्दीन ओवैसी
इस मामले ने कितना तूल पकड़ा था यह इससे समझा जा सकता है कि इस पर ख़ुद देश के गृह मंत्री ने बयान दिया था।
अमित शाह ने संसद में कहा था, 'ओवैसी की सुरक्षा को ख़तरा है... सरकार ने बुलेट-प्रूफ कार के साथ 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फ़ैसला किया, लेकिन ओवैसी ने इनकार कर दिया है। मैं सदन के सदस्यों के माध्यम से अनुरोध करता हूँ कि वह इस सुरक्षा कवर को स्वीकार कर लें।'
बीजेपी के ही नेता अमित शाह ओवैसी पर हमले के बाद ख़तरे की बात कहते हैं लेकिन बीजेपी के ही दूसरे नेता सुनील भराला हमले के आरोपी के बचाव में खड़े होते दिखते हैं। भराला ने आज कहा, 'निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और किसी भी निर्दोष व्यक्ति को इस तरह से दंडित नहीं किया जाना चाहिए। हम लड़के के भाई और माता-पिता से मिले और अभी तक इसकी पुष्टि भी नहीं हुई है कि क्या वे शामिल थे। ओवैसी हर समय बहुत आक्रामक और अपमानजनक भाषा का उपयोग करते हैं। हमने परिवार को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।'
हम हर तरीक़े से सचिन शर्मा व शुभम के परिवार के साथ, उनको पूरा सहयोग देंगे, मामले की निष्पक्ष जाँच होगी ।@RPparishad pic.twitter.com/u7wPGKn4nr
— पंडित सुनील भराला / Pt Sunil Bharala (@sunilbharala) February 16, 2022
सचिन शर्मा पहले के मामले में भी हत्या के प्रयास का आरोपी है। वह एक हिंदू दक्षिणपंथी संगठन का सदस्य होने का दावा करता है और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सहित राज्य के राजनीतिक नेताओं के साथ तसवीरों में देखा गया है। इस मामले के अन्य आरोपी सहारनपुर का किसान शुभम है।
आरोपियों को लेकर हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा था कि ओवैसी पर हुआ हमला एक चेतावनी है क्योंकि गोली शीशे के अंदर भी जा सकती थी लेकिन हिंदू सेना के कार्यकर्ता सिर्फ़ चेतावनी देना चाहते थे।
विष्णु गुप्ता ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि हिंदू सेना सचिन और शुभम को कानूनी सहायता देगी और उन्हें सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि ओवैसी आग उगलना बंद कर दें। हिंदू सेना के अध्यक्ष ने चेताया कि गुस्से में बहुत कुछ हो सकता है इसलिए ओवैसी भविष्य में भड़काऊ बयान न दें जिससे लोग ऐसी घटना को अंजाम देने पर उतारू हो जाएं।
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