प्रियंका गाँधी आज भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण से मिलने अस्पताल पहुँचीं। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या चंद्रशेखर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि चन्द्रशेखर ने कहा था कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ मज़बूत उम्मीदवार उतारेंगे और ऐसा न होने पर वह ख़ुद मैदान में उतरेंगे। तबीयत बिगड़ने पर चंद्रशेखर को मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
चंद्रशेखर से मुलाक़ात के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की आवाज़ उठा रहे हैं लेकिन सरकार उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है। प्रियंका गांधी के साथ पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
2017 में सहारनपुर के शब्बीरपुर गाँव में ठाकुरों और दलितों के बीच संघर्ष हुआ था। ख़बरों के मुताबिक़, इसके बाद हुई हिंसा में दलित समुदाय के लोगों के घर जला दिए गए थे। चंद्रशेखर ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया था और सरकार पर दलितों के उत्पीड़न का आरोप लगाया था। रासुका लगने की वजह से चंद्रशेखर एक साल तक सहारनपुर की जेल में बंद रहे थे। रिहा होने के बाद उन्होंने बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का एलान किया था।
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