ध्रुवीकरण के बूते यूपी उपचुनावों में मैदान मारने की भारतीय जनता पार्टी की ख्वाहिशों को बहराइच दंगों के बाद के घटनाक्रम ने पलीता लगा दिया है। पहले दंगे में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की फर्जी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर स्यापा कर रहे नेताओं के चलते भाजपा को बैकफुट पर जाना पड़ा और अब वहीं के स्थानीय विधायक ने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों पर उपद्रव का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी है।