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अतीक-अशरफ हत्याकांड- सरकार ने गठित की तीन सदस्यीय जांच समिति

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति का गठन कर दिया है।
जांच समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी को सौंपी गई है। त्रिपाठी के अलावा समिति में दो अन्य सदस्य भी शामिल किये गये हैं इन सदस्यों में हाईकोर्ट के ही रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार सोनी और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह को शामिल किया गया है।
जांच समिति का गठन, जांच आयोग अधिनियम, 1952 के तहत किया गया है। न्यायिक जांच आयोग हत्याकांड की जांच रिपोर्ट दो महीने में सरकार को सौंपेगा। 
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए तत्काल एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी जो काफी देर रात तक चली। आदित्यनाथ ने इस घटना की जांच के आदेश दिए थे, इसके साथ ही इसकी न्यायिक जांच कराने के लिए भी कहा था।
बीती रात अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात तब हुई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। टेलीविजन फुटेज में अतीक अहमद को पत्रकारों से बात करते हुए देखा गया। तभी कम से कम दो लोगों ने पिस्तौल से उन पर गोलियाँ चला दीं। तब भारी पुलिस बल तैनात था।
प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय अतीक और अशरफ की कैमरे के सामने गोली मारकर हत्या कर देने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई थी। हत्या के बाद से ही प्रयागराज में पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात कर दिया गया था। प्रयागराज की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। 
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बीती रात अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात तब हुई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। टेलीविजन फुटेज में अतीक अहमद को पत्रकारों से बात करते हुए देखा गया। तभी कम से कम दो लोगों ने पिस्तौल से उन पर गोलियाँ चला दीं। तब भारी पुलिस बल तैनात था।
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त ने कहा कि हंगामे के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई के एक पत्रकार को चोटें आई हैं, जबकि मान सिंह नाम के एक पुलिस कांस्टेबल को गोली लगी है। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों को शहर के तीन अलग-अलग थानों में रखा गया है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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