गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और अतीक के साथ गुलाम को यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गुरुवार को मार गिराया। असद और गुलाम दोनों ही उमेश पाल मर्डर में आरोपी थे। यह एनकाउंटर ऐसे समय हुआ है, जब यूपी पुलिस अतीक को गुजरात के साबरमती जेल से लाकर प्रयागराज कोर्ट में पेश कर रही है। अतीक के परिवार ने पहले ही आरोप लगाया था कि य़ूपी पुलिस के इरादे अच्छे नहीं हैं और वे परिवार के लोगों को एनकाउंटर में मार सकते हैं।
आज मारे गए असद और गुलाम पर 5-5 लाख का इनाम पहले से ही घोषित था। दोनों का एनकाउंटर झांसी में हुआ। झांसी में डिप्टी एसपी नवेंदु और विमल के नेतृत्व में टीम ने इस एनकाउंटर का दावा किया है। यह भी दावा किया गया कि दोनों मारे गए आरोपियों से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। इस संबंध में जो वीडियो सामने आया है, उसमें एक बाइक को भी जमीन पर पड़े दिखाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक अतीक के बेटे असद की शादी आयशा नूरी की बेटी के साथ तय हुई थी। दोनों ने पिछले साल सगाई की थी। उमेश पाल के गोलीकांड मामले में अतीक का बेटा असद शामिल था। पुलिस अतीक की बहन आयशा नूरी के पति डॉ. अखलाक को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अतीक के भाई की पत्नी को भी कल एक मामले में आरोपित किया गया। अतीक अहमद के परिवार का अब कोई भी सदस्य नहीं बचा है, जिस पर केस न दर्ज हो।
पुलिस को जानकारी मिली है कि घटना के करीब 10 दिन बाद शूटर गुड्डू मुस्लिम 17 घंटे तक आयशा नूरी के घर पर था। यहां गुड्डू मुस्लिम का ख्याल रखा गया और उसे पैसे भी दिए गए।
असद अहमद के पिता अतीक अहमद को आज प्रयागराज कोर्ट में पेश किया गया। अतीक को पुलिस ने उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है। अतीक के परिवार के अधिकांश सदस्य उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी हैं। अतीक के नाबालिग बेटे को पुलिस ने बहुत दिनों तक अपनी हिरासत में रखा था, जब यह मामला अदालत पहुंचा तो पुलिस ने यह बात स्वीकार की। इसी तरह अतीक की पत्नी शाइस्ता भी उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी है। शाइस्ता का कुछ पता नहीं चल रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वो अतीक की पत्नी को तलाश रही है। अतीक को जब पिछली बार साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था तो परिवार के सदस्यों और मीडिया ने उस वाहन का पीछा किया था, जिसमें अतीक को प्रयागराज लाया गया। अतीक के परिवार ने यह पीछा इसलिए किया ताकि पुलिस अतीक का एनकाउंटर नहीं कर सके।
अतीक के बेटे के एनकाउंटर का सीन।
प्रयागराज में फरवरी में उमेशपाल का मर्डर किया गया। उमेशपाल दरअसल 2005 में बसपा के पूर्व विधायक राजूपाल की हत्या का मुख्य गवाह था। राजूपाल की हत्या का आरोपी भी अतीक और उनका परिवार है। उमेशपाल का मर्डर जब इस साल फरवरी में हुआ तो पहला शक अतीक अहमद पर ही गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जब विधानसभा में यूपी की खराब कानून व्यवस्था का मामला उठाया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि - अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे।
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