उत्तर प्रदेश में तीन चरणों का चुनाव बीतने के साथ और भारतीय जनता पार्टी के सामने दिखी चुनौतियों के मद्देनज़र अब पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश में सबसे ज़्यादा लोकसभा सीटों वाले सूबे की कमान अपने हाथों में ले ली है। नाराज क्षत्रिय नेताओं को मनाना हो, पार्टी में शामिल कराना हो या फिर सीट वार दिक्कतें खड़ी कर रहे लोगों को समझा-बुझा कर पटरी पर लाना हो, अमित शाह इन सब पर जुट गए हैं। कई सीटों पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व में घोषित प्रत्याशियों में बदलाव से लेकर आकाश आनंद के आक्रामक प्रचार अभियान पर लगाम लगाने को शाह की रणनीति की सफलता के तौर पर ही देखा जा रहा है। इतना ही नहीं, कई लोकसभा सीटों पर अपने की प्रत्याशियों के प्रचार को लेकर उदासीन या अंदरखाने विरोध कर रहे पार्टी विधायकों को भी तगड़ी घुट्टी पिलाते हुए उन्हें हर हाल में जीत सुनिश्चित करने को कहा गया है।